कंपनी के माकेट कैप के आधार निवेश करें। फायदा ही फायदा।
शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय कंपनियों का मार्केट कैप (बाजार पूँजीकरण) जानना काफी महत्वपूर्ण होता है। यहां हम कंपनियों के मार्केट कैप के
विषय में महत्वपूर्ण जानकारी आपसे साझा कर रहे हैं।
भारतीय स्टाॅक बाजार में लिस्टेड सबसे अधिक बाजार पूँजी रखने वाली कंपनियों को घटते क्रम में रखने पर पहली 100 कंपनियाँ लार्ज कैप कहलाती हैं। इसके बाद 101 से 250 क्रम की कंपनियाँ मिड कैप और 251 व इससे नीचे क्रम की कंपनियाँ स्मॉल कैप कंपनी कहलाती है।
किसी कंपनी की मार्केट कैप (बाजार पूँजीकरण) की गणना कैसे की जाती है -
यदि किसी कंपनी के कुल शेयर 01 करोड़ हैं और उस कंपनी के शेयर की कीमत वर्तमान में 500 रु. है तो कंपनी की बाजार पूँजी 01 करोड़ गुणा 500 रु. = 500 करोड़ रु. होगा। इस आधार पर किसी भी कंपनी के बाजार पूंजी की गणना की जा सकती है। इस तरह से आप किसी भी कंपनी के मार्केट कैप की गणना कर सकते हैं।
पिछले 01 वर्ष में किसमें कितना फायदा हुआ -
बीएसई के इन्डेक्स के परफार्मेंस को देखें तो स्माॅल कैप इन्डेक्स ने पिछले 01 वर्ष में 4.9 प्रतिशत और पिछले 03 वर्ष में 121 प्रतिशत का रिटर्न दिया।
बीएसई मिडकैप ने 01 वर्ष में 1.1 प्रतिशत और पिछले 03 वर्ष में 116 प्रतिशत का रिटर्न दिया।
जबकि बीएसई लार्जकैप इन्डेक्स ने 01 वर्ष में 4.4 प्रतिशत और 03 वर्ष में 61 प्रतिशत का रिटर्न दिया।
इस प्रकार 01 वर्ष पूर्व शेयर बाजार के इन्डेक्स में निवेश करने वालों का पैसा औसतन फिक्स डिपाॅजिट से भी कम बढ़ा, जबकि 03 वर्ष पूर्व के निवेशकों का पैसा औसतन दोगुने से अधिक हो गया और लार्ज कैप इन्डेक्स में भी निवेशकों के पैसे में औसतन 60 प्रतिशत बढ़ गया।
किन कंपनियों में निवेश करें-
यह इसपर निर्भर है कि आप कितने समय के लिए निवेश कर रहे हैं। लार्ज कैप कंपनियों में पैसा आमतौर पर निवेश की दृष्टि से सुरक्षित माना जाता है क्योंकि शेयर बाजार में गिरावट होने पर इनमें गिरावट कम होती है, जबकि स्माॅल कैप कंपनियों में गिरावट सबसे तेज होती है। कुछ माह पूर्व जब लार्ज कैप में 10 प्रतिशत तक की गिरावट थी तो स्माॅल कैप इन्डेक्स में लगभग 30 प्रतिशत की गिरावट थी।
वहीं लम्बे समयावधि को देखें तो स्माॅल कैप और मिड कैप इन्डेक्स में वृद्धि लार्ज कैप इन्डेक्स से काफी अधिक होती है।
इसलिए एक दो वर्ष के लिए पैसे के निवेश के लिए लार्ज कैप इन्डेक्स और कंपनियां बेहतर होती हैं, जबकि 05 वर्ष या अधिक समय के निवेश के लिए स्माॅल कैप और मिडकैप इन्डेक्स बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
यह ध्यान रखना जरूरी है कि किसी भी इन्डेक्स के बढ़ने या घटने पर उसमें शामिल सभीं कंपनियों के शेयरों का मूल्य नहीं बढ़ता वरन् उस इन्डेक्स का औसत मूल्य बढ़ता-घटता है। इसलिए निवेश बाजार की अधिक समझ न हो तो इन्डेक्स ईटीएफ या इन्डेक्स म्यूचुअल फंड में पैसा निवेश करना सुरक्षित होता है।
यदि किसी कंपनी का शेयर खरीदना हो तो उसके लिए विस्तृत जानकारी करना जरूरी होती है जैसे उस कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी, पीई रेशियो, प्राॅफिट-लाॅस, कंपनी के भावी प्रोजेक्ट, कंपनी पर लोन आदि।
नोट- यह लेख मात्र जानकारी के लिए हैं। शेयर बाजार में निवेश सदा जोखिम भरा होता है। किसी भी निवेश से पूर्व वित्तीय सलााहकार से सलाह अवश्य लें।